-विभागीय कर्मियों पर उत्पीड़न व दुर्ष्कम कर बिजली करंट देकर मारने का आरोप
-31 दिसम्बर 2020 में हुई थी घटना,उच्चस्तरीय जांच लंबित
विधायक,पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र,विभाग दोषियों को बचा रहा
-प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री जांच कराकर कार्रवाई करने के दिये थे निर्देश
24 न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो
लखनऊ,लोक निर्माण विभाग मुख्यालय में वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत रही महिला कर्मी कुमारी उषा गौतम की दुष्कर्म कर बिजली से करंट देकर हत्या की जांच ठंडे बस्ते में पड़ गई है। मुख्यालय में तैनात दो कर्मियों पर आरोप है कि महिला को गर्भवती कर गर्भपात कराया फिर महिला की ओर से शादी का दबाव देने पर जघन्य हत्या कर दिया गया ।
इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के लिए भाजपा विधायक अजय सिंह ने 1 जुलाई 2024 को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है । वहीं पी डब्ल्यू डी नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह यादव ने बीते 3 जून 2024 को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घटना की जांच कराने और कार्रवाई की मांग की है। पत्र को गंभीरता से लेते हुये मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने पीडब्ल्यूडी के वर्तमान विभागाध्यक्ष को घटना की जांच कराकर कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे लेकिन विभाग के विभागाध्यक्ष की ओर से दोषियों को संरक्षण देने के साथ मामले को दबाया जा रहा है। घटना की जांच फाइल को इधर उधर टाल मटोल किया जा हैं। विभाग की ओर से इस मामले में अभी तक जांच भी नहीं शुरु कराई गई है। गंभीर आरोप के बाद भी जांच की कार्रवाई सिफर हैं। दोषियों को बचाया जा रहा है।
पीडब्ल्यूडी के राजकीय चालक संघ भवन में दिया गया था घटना को अंजाम
करनैलगंज गोण्डा से भाजपा विधायक अजय सिंह और पी डब्ल्यू डी नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह यादव की ओर से मुख्यमंत्री को दिये गये पत्र और आरोप के मुताबिक पीडब्ल्यूडी मुख्यालय के प्रमुख अभियंता कार्यालय में कार्यरत कुमारी उषा गौतम के साथ 31 दिसम्बर वर्ष 2020 में मुख्यालय में तैनात दो प्रधान सहायक वीरेन्द्र कुमार यादव और ओम प्रकाश पटेल ने दुष्कर्म कर गर्भवती करने के साथ ही बिजली का करंट देकर हत्या कर दी गई थी । मुख्यालय में 14 वर्षों से एक ही पटल पर तैनात वीरेंद्र कुमार यादव और ओमप्रकाश पटेल मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन लोनिवि के पदाधिकारी भी हैं । मृतक कुमारी उषा भी इन्हीं के संगठन में महिला संगठन मंत्री थी। वीरेंद्र कुमार यादव और ओम प्रकाश पटेल के द्वारा काफी समय तक कुमारी उषा का यौन शोषण किया गया। इसी बीच उषा गर्भवती हो गई जहां उसने वीरेंद्र यादव से शादी करने का दबाव बनाने लगी तो ओमप्रकाश उसे बहला फुसलाकर उषा को तेलीबाग स्थित निजी नर्सिंग होम में गर्भपात करा दिया इसी बीच वीरेंद्र यादव ने आश्वासन दिया गया कि कुछ माह बाद शादी करेंगे,शादी से पूर्व बच्चा होना मेरे और तुम्हारे लिए समाज में बड़ी बदनामी होगी । कुछ माह बाद महिला कर्मी ने पुन: शादी करने का दबाव बनाई जहां वीरेंद्र यादव और ओम प्रकाश पटेल ने महिला कर्मी को सायं लगभग 6 बजे के समय राजकीय परिवहन चालक संघ के संघ भवन में लेकर आए और वहीं पर उषा को बिजली का करंट दिया गया। आरोप के मुताबिक करंट देते समय सहयोगी के तौर पर शिवकुमार यादव प्रदेश अध्यक्ष चालक संघ और सुनील यादव अध्यक्ष सर्किल ऑफिसेज मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन भी मौजूद थे