-लखनऊ फिटनेस सेंटर में बड़ा बदलाव,वाहन स्वामियों को सुविधा
-प्राथमिकता पर हो रहे महिलाओं,विकलांग,बुजुर्ग वाहन स्वामियों का कार्य
-टोकन वितरण प्रणाली लागू, वाहनों की लंबी लाइन से मिलेगी निजात
-ड्राइवरों की सुविधा के लिए वाटर कूलर, बैठने की व्यवस्था
24 न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो
लखनऊ । ट्रांसपोर्टनगर लखनऊ के वाहन परीक्षण एवं प्रमाणीकरण केंद्र फिटनेस सेंटर में वाहनों का फिटनेस कराने आने वाले वाहन स्वामियों को अब आसानी से फिटनेस प्रमाण पत्र हासिल हो सकेंगा । यहां पर दलालाें,एजेंटों के चंगुल से राहत मिल गयी है । परिवहन विभाग ने व्यावसायिक वाहन ऑटो, टेम्पो, स्कूली वाहन, डीसीएम,वैन, छोटा हाथी, बसें,एम्बुलेंस को ऑटोमैटिक मशीन से फिटनेस कराने के लिए ऑनलाइन स्लाट,फीस जमा करने की सुविधा के साथ वाहनों के प्रवेश जांच और मशीन पर जाने के लिए टोकन प्रणाली की व्यवस्था लागू कर दिया है । वाहन स्वामी नये नियम के तहत टोकन लेकर अपना प्राथमिकता के आधार पर गाड़ियों का फिटनेस करा सकेंगे । फिटनेंस सेंटर पर संभागीय निरीक्षक विष्णु कुमार वाहनों की जांच,सीन के बाद ही मशीन पर भेजते है। अगर कोई भी वाहन में किसी प्रकार की कमी,मानक विहीन रहता है तो वाहनों को वापस कर दें रहे हैं। आरआई खुद वाहनों की जांच वाहन चलाकर चेक तक कर रहे हैं। बंद बाडी वाहन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं दूसरी ओर वाहन फिटनेस सेंटर के मशीनों पर गाड़ियों का तेजी से जांच होने के साथ फिटनेस अप्रूवल का कार्य होने लगा है। किसी भी जानकारी या सुविधा के लिए लोगों को चक्कर नहीं लगाना पड़ रहा है। लंबी-लंबी वाहनाें की कतारों से राहत मिल गयी है।
वाहन अपने नंबर के हिसाब से मशीन के अंदर तकनीकी जांच के लिए प्रवेश कर रहे हैं जांच पूरी होने के बाद वाहनों को नियमबद्ध तरीके से बाहर निकल रहे हैं।
मशीन पर वाहनों की जांच तेजी से हो रही है। फिटनेंस के लिए श्रीहरि फीलिंग कंपनी के कर्मचारी पूरी तरह से तत्पर रहते हैं जिससे वाहन चालकों को बेहतर सुविधा मिल रही है।
स्पीड गवर्नर को लेकर सख्ती
वाहन फिटनेस सेंटर पर संभागीय निरीक्षक विजुअल और स्पीड गवर्नर चेक करने को लेकर सख्ती बरत रहे हैं। बिना स्पीड गवर्नर के वाहनों का प्रवेश नहीं दे रहे हैं। पूरी तकनीकी जांच करने के बाद सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं।
पांच घंटे में मिल रही है फेल पास की रिर्पोट
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि आरटीओ में वाहन फिटनेस के लिए परिवहन विभाग की ओर से बेहतर सुविधा मिल रही है। यह की व्यवस्था बेहतर हो गई है। वास्तविक बात तो यह है कि यहां गाड़ियों की फिटनेस की रिपोर्ट पास या फेल है इसकी रिपोर्ट पहले जहां दो दिन में मिलती थी अब रिर्पोट महज पांच घंटे में मिल जा रही है ऐसे में वाहन चालकों को गाड़ी लेकर फिटनेस केंद्र के बाहर इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। पहले उनका काफी समय बर्बाद होता था ।