-सुरक्षा जीवन रक्षा के प्रति जागरूक करके सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों में कमी लाई जाय
– “सड़क सुरक्षा में संभागीय निरीक्षकों की भूमिका निर्णायक
– तकनीक, नैतिकता और जवाबदेही के समन्वय से होगा परिवर्तन
-दो दिवसीय राष्ट्रीय संभागीय निरीक्षक सम्मेलन 2025 आयोजित
24 न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ | इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान सभागार में दो दिवसीय राष्ट्रीय संभागीय निरीक्षक सम्मेलन का आयोजन 28 और 29 जून को हुआ | सम्मेलन में देशभर से परिवहन विभाग के तकनीकी अधिकारी, कई राज्यों के परिवहन आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियो ने भाग लिया | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यूपी के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने शनिवार पहले दिन दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम का उद्देश्य सभी राज्यों में परिवहन विभाग की सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना और सड़क सुरक्षा रणनीतियों को मजबूत बनाना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने कहा कि देश में सड़क हादसों को रोकने की बड़ी जिम्मेदारी हम सब पर है। सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन में हमारे स्तर से कभी भी कोई सिफारिश नहीं की गई, इसके दायरे में चाहे कोई विधायक आये या फिर कोई भी जनप्रतिनिधि आये | यातायात नियमों का परिवहन विभाग की टीम को हर लिहाज से इसका पालन करना और कराने का दायित्व है। साथ ही आम जनमानस को सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के प्रति जागरूक करके सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों में कमी लाई जाय ।25वें नेशनल रोड सेफ्टी वर्कशॉप के भव्य कार्यक्रम का आयोजन सराहनीय है ।
रोड सेफ्टी वर्कशॉप के माध्यम से आम-जनमानस को सड़क सुरक्षा के साथ यातायात नियमों के पालन करने के लिए जागरूक करना बड़ी महत्वपूर्ण पहल । सड़क सुरक्षा की दिशा में बेहतर कार्य के लिए देश भर से एक मंच पर जुटे सभी संभागीय निरीक्षको बहुत बहुत बधाई | सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने की दिशा में संभागीय निरीक्षको का बड़ी जिम्मेदारी है |वर्कशॉप में देश के 21 राज्यों से आए करीब 300 ट्रांसपोर्ट टेक्निकल अफसर शामिल हुए सभी को बधाई |
सम्मेलन केवल एक तकनीकी मंच नहीं, बल्कि भारत के सड़क सुरक्षा मिशन में रणनीतिक हस्तक्षेप: बी एन सिंह
उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने देशभर से आए परिवहन विभाग के तकनीकी अधिकारी, विभिन्न राज्यों के परिवहन आयुक्तों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मेलन केवल एक तकनीकी मंच नहीं, बल्कि भारत के सड़क सुरक्षा मिशन में एक रणनीतिक हस्तक्षेप है।परिवहन आयुक्त ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से निर्धारित 50% सड़क दुर्घटना कमी लक्ष्य को “प्रशासनिक नहीं, नैतिक अभियान” बताया और बताया कि “विजन 2030” के तहत राज्य में 5E फ्रेमवर्क (Education, Enforcement, Engineering, Emergency, and Institutional Strengthening) को मिशन मोड में लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवहन प्रणाली अब डाटा और एल्गोरिदम आधारित हो चुकी है। Sarthi, Vahan, e-Challan, iRAD, e-DAR, VLTD जैसे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म आज नागरिक सेवा और प्रवर्तन का आधार बन चुके हैं। उन्होंने बताया कि AI आधारित चैटबॉट, CSC नेटवर्क और फेसलेस सेवाओं से विभाग अभूतपूर्व पारदर्शिता ला रहा है।
इस परिवर्तन में संभागीय निरीक्षक की भूमिका को “तकनीकी प्रहरी” और “जनसेवक सेतु” बताते हुए आयुक्त ने कहा कि “आप वे अधिकारी हैं जो तकनीक और ज़मीन की सच्चाई के बीच पुल बनाते हैं। आप न केवल ट्रायल, फिटनेस, एटीएस और प्रवर्तन की निगरानी करते हैं, बल्कि नीति निर्माण और सुधार में भी अहम भूमिका निभाते हैं।” उन्होंने बताया कि भारत सरकार के मानकों के अनुसार उत्तर प्रदेश में 250 से अधिक ADTCs, 10+ IDTRs, 75+ DTCs, 16 DTTIs विकसित किए जा रहे हैं और हर जिले में 3 ATS की स्थापना का लक्ष्य है। इन सभी में निष्पक्ष संचालन व पारदर्शिता के लिए संभागीय निरीक्षकों की निगरानी अपरिहार्य है। भविष्य की दिशा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि संभागीय निरीक्षकों को अब AI-Ready, Data-Driven और Ethics-Centric अधिकारी बनना होगा। वे अब सिर्फ निरीक्षक नहीं बल्कि डिजिटल सिस्टम के संरक्षक और नीतिगत सुधारों के प्रस्तावक होंगे। अंत में उन्होंने स्पष्ट किया कि “जहाँ अधिकार होता है वहाँ ज़िम्मेदारी और जवाबदेही भी होती है। यदि किसी भी स्तर पर तकनीकी पद का दुरुपयोग, पक्षपात या अनैतिक व्यवहार सामने आता है, तो वह पूरे सिस्टम की वैधता को प्रभावित करता है।” उन्होंने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे समाज और शासन के विश्वास को बनाए रखते हुए उच्च नैतिक मानदंडों का पालन करें और सड़क सुरक्षा मिशन को सफल बनाएं।
बता दें कार्यक्रम का आयोजन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ मोट वेहिकिल डिपार्टमेंट टेक्निकल एक्जीक्यूटीव ऑफिसर्स एसोसिएशन बंगलुरू और यूपी ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट रीजनल इंस्पेक्टर्स (टेक्निकल) सर्विसेज एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में महाराष्ट्र के परिवहन आयुक्त विवेक भीमानवार आईएएस सहित, उड़ीसा, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक व तकरीबन 20 राज्यों के ट्रांसपोर्ट विभाग के ऑफिसर्स और रीजनल टेक्नीकल इंस्पेक्टर्स की टीमें शामिल हुई। परिवहन मंत्री ने कहा परिवहन आयुक्त बीएन सिंह के अल्प कार्यकाल के दौरान नवीन तकनीकी स्तर से कार्यों में सुधार किये जाने की प्रशंसा की।सड़क सुरक्षा कार्यक्रम में विशेष सचिव परिवहन केपी सिंह, अपर परिवहन आयुक्त अधिकारियों में आर के विश्वकर्मा राजस्व, डीटीसी लखनऊ जोन राधेश्याम, आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी, आरटीओ प्रवर्तन प्रभात पांडेय, आरटीओ प्रवर्तन आगरा अखिलेश द्विवेदी, संजय सिंह प्रवर्तन, मयंक ज्योति रोड सेफ्टी, सुनीता वर्मा आईटी, अशफाक अहमद, प्रेसीडेंट ऑल इंडिया फेडरेशन, संपत कुमार, महासचिव फेडरेशन, संरक्षक रीजनल इंस्पेक्टर्स एसोसिएशन यूपी शिवशंकर सिंह, एसोसिएशन प्रेसीडेंट यूपी प्रशांत कुमार व महासचिव एसोसिएशन यूपी हरिओम सहित लखनऊ आरटीओ कार्यालय के आर आई विष्णु कुमार के साथ विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।